शिमला, 24 जून 2025: भारत की अग्रणी टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल ने एक बड़ा कदम उठाते हुए, हिमाचल प्रदेश में मात्र 35 दिनों के भीतर 07 लाख से अधिक यूज़र्स को ऑनलाइन धोखाधड़ी से सुरक्षित किया है। एयरटेल का यह एआई-आधारित फ्रॉड डिटेक्शन सिस्टम देशभर में लागू किया गया है और रियल टाइम में कार्य करता है।
🔒 AI तकनीक से रियल टाइम सुरक्षा
यह अत्याधुनिक तकनीक SMS, WhatsApp, Telegram, Facebook, Instagram, ईमेल और अन्य ब्राउज़र्स पर भेजे गए लिंक्स को स्कैन करती है। किसी भी खतरनाक लिंक को यह तकनीक मात्र 100 मिलीसेकंड में ब्लॉक कर देती है।
- रोजाना 1 अरब से ज़्यादा URL स्कैन होते हैं
- कोई भी लिंक संदिग्ध पाया जाता है तो तुरंत ब्लॉक कर दिया जाता है
- यूज़र को एक चेतावनी संदेश पर रीडायरेक्ट किया जाता है
📌 कैसे काम करता है सिस्टम?
उदाहरण के लिए यदि कोई यूज़र यह लिंक प्राप्त करता है:
“आपका पार्सल डिले हो गया है। इसे ट्रैक करें: http://www.tracky0urparcell.com”
यदि यूज़र इस लिंक पर क्लिक करता है, तो एयरटेल का AI सिस्टम सक्रिय होकर लिंक स्कैन करता है और यदि वह हानिकारक है, तो यूज़र को एक चेतावनी संदेश दिखता है:
“ब्लॉक कर दिया गया! एयरटेल ने इस साइट को ख़तरनाक पाया है!”
📍 हिमाचल में तेज़ी से बढ़ते साइबर हमले
शिमला, मंडी, हमीरपुर, काँगड़ा, कुल्लू, सोलन, बद्दी, पौंटा साहिब, रोहरू, रामपुर, चम्बा, नूरपुर और पालमपुर जैसे इलाकों में ऑनलाइन फ्रॉड के मामलों में उछाल आया है।
एयरटेल का यह AI-संचालित समाधान हर वर्ग के लिए डिजिटल सुरक्षा कवच बनकर सामने आया है — चाहे वो छात्र हों, गृहणियाँ हों या बुज़ुर्ग।
🌐 बहुभाषी फ्रॉड अलर्ट
यह प्लेटफ़ॉर्म ग्राहकों को उनकी पसंदीदा भाषा में फ्रॉड अलर्ट भेजता है, जिनमें हिंदी भी शामिल है। यह सुविधा उन क्षेत्रों में बहुत उपयोगी सिद्ध हो रही है जहां डिजिटल साक्षरता सीमित है।
💡 ग्राहक के लिए पूरी तरह मुफ़्त सेवा
- कोई ऐप इंस्टॉल करने की ज़रूरत नहीं
- कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं
- बैकग्राउंड में स्वचालित रूप से काम करता है
📣 कंपनी की ओर से बयान
अनुपम अरोड़ा, CEO – एयरटेल अपर नॉर्थ ने कहा:
“हम डिजिटल खतरों के ख़िलाफ़ एक ठोस समाधान के रूप में इस AI-संचालित प्रणाली को लेकर आए हैं। हिमाचल प्रदेश जैसे अग्रणी डिजिटल राज्य के लिए यह एक नई सुरक्षा परत जोड़ने जैसा है।”
📊 राष्ट्रीय आँकड़े:
- 35 दिनों में 1.88 लाख खतरनाक लिंक्स को ब्लॉक किया गया
- 8.6 करोड़ से अधिक ग्राहकों को देशभर में बचाया गया
📌 निष्कर्ष: एयरटेल का AI-संचालित साइबर सुरक्षा प्लेटफ़ॉर्म हिमाचल प्रदेश जैसे डिजिटल रूप से विकसित राज्य के लिए एक बड़ी राहत है। यह पहल न केवल तकनीकी रूप से उन्नत है, बल्कि हर नागरिक को ऑनलाइन धोखाधड़ी से सुरक्षित रखने में सक्षम है।
